LPG Connection: एलपीजी गैस कनेक्शन आज देश के लगभग हर घर के लोगों के पास है। इसकी मदद से आपको समय-समय पर एलपीजी गैस सिलेंडर मिल जाता है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि अचानक अगर आपका ये कनेक्शन कट गया तो? अब आप सोच रहे होंगे कि ऐसे कैसे एलपीजी कनेक्शन कट सकता है, तो हम आपको बता दें कि ऐसा संभव है। अगर आपने अपने एलपीजी गैस कनेक्शन का ई-केवाईसी नहीं करवाया है, तो आपका कनेक्शन कट सकता है। आज के हमारे इस लेख में हम आपको एलपीजी कनेक्शन के साथ ई-केवाईसी के बारे में विस्तृत जानकारी देने वाले हैं। साथ ही लेख में आपको ई-केवाईसी की प्रक्रिया और अंतिमन तिथि के बारे में भी पता चलेगा।
ईकेवाईसी क्या है?
ईकेवाईसी एक इलेक्ट्रॉनिक वैरीफिकेशन प्रक्रिया है, जो किसी व्यक्ति की पहचान प्रमाणित करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक डेटाबेस और बायोमेट्रिक डेटा का उपयोग करती है। यह विधि पहचान की चोरी के जोखिम को कम करती है और उपयोगकर्ता की सुरक्षा को बढ़ाती है। अगर आपने भी अपने एलपीजी गैस सिलेंडर का ई-केवाईसी नहीं करवाया है तो बिना देर किये करवा लीजिये। इसके लिये सरकार ने अंतिम तिथि 31 दिसंबर 2024 रखी है।
भारत सरकार की प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई) के दूसरे चरण से दस करोड़ परिवारों को लाभ मिलेगा। इस पहल से बीपीएल के अंतर्गत आने वाली परिवार की महिलाओं को हर महीने सब्सिडी के साथ एलपीजी प्राप्त करने में मदद मिलेगी। सरकार ने तेल और गैस एजेंसियों के माध्यम से कम लागत वाले एलपीजी स्टोव के वितरण की भी घोषणा की है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि केवल पात्र लोगों को ही ये लाभ मिलें, सरकार ने एलपीजी ग्राहकों के लिए केवाईसी प्रक्रिया को मजबूत किया है।
नए कानूनों के तहत गैस वितरण कंपनियों के लिए ग्राहक केवाईसी को आवश्यक बना दिया गया है। यह प्रक्रिया तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) द्वारा एलपीजी कनेक्शनों के डी-डुप्लीकेशन को समाप्त करने के लिये है। इससे ये सुनिश्चित होगा कि किसी भी वितरक से एक से अधिक आवासीय एलपीजी कनेक्शन एक ही घर में मौजूद नहीं हैं। नियमों के अनुसार, सब्सिडी वाले घर को केवल एक ही सिलेंडर जारी किया जा सकता है।
एलपीजी वितरण में बायोमेट्रिक केवाईसी कैसे काम करेगी?
गैस वितरकों को आधार नंबर के साथ भरा हुआ केवाईसी फॉर्म लेना होगा। इसके अलावा, वितरकों को केवाईसी अपडेट करने या नया कनेक्शन स्थापित करने के लिए ग्राहक को प्रमाणित करने के लिए बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण उपकरण (फिंगरप्रिंट सेंसर) प्रदान करना होगा। वितरकों को वैरीफिकेशन के लिए आधार नंबर और अन्य विवरणों के साथ स्कैन किए गए फिंगरप्रिंट को पीएमयूवाई वेबसाइट पर भेजना होगा।
वेबसाइट उन लोगों की पहचान करेगी, जो सब्सिडी के लिए पात्र हैं। एक वितरक केवल एक सिलेंडर को उस उपभोक्ता को बेच सकता है, जो सब्सिडी के लिए योग्य है। एक ग्राहक एक से अधिक सिलेंडर खरीद सकता है, लेकिन एक सिलेंडर के लिए सब्सिडी उपलब्ध होगी। यदि कोई ग्राहक एक अतिरिक्त सिलेंडर खरीदता है, तो सिस्टम फिंगरप्रिंट सेंसर के माध्यम से प्रमाणीकरण करते समय वितरक को सूचित करेगा। सब्सिडी की कीमत ग्राहक के खाते में वापस नहीं की जाएगी।
LPG कनेक्शन ई-केवाईसी के लिये जरूरी दस्तावेज
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक
- गैस पासबुक
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्स साइज फोटो।
ऐसे करें LPG कनेक्शन का ई-केवाईसी
एलपीजी कनेक्शन का केवाईसी करवाने के दो तरीके हैं, ऑनलाइन और ऑफलाइन। ऑनलाइन केवाईसी आप खुद घर बैठे कर सकते हैं।
- इसके लिये सबसे पहले आपको सुनिश्चित करना होगा कि आपका आधार नंबर आपके एलपीजी उपभोक्ता नंबर से लिंक्ड है और आपका एलपीजी खाता सक्रिय है।
- अपने एलपीजी प्रदाता की वेबसाइट पर जाएं और ईकेवाईसी विकल्प चुनें।
- एलपीजी उपभोक्ता संख्या और आधार संख्या जैसे आवश्यक विवरण दर्ज करें।
- अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर या बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण पर भेजे गए ओटीपी का उपयोग करके अपने विवरण को प्रमाणित करें।
- फिर डेटा को ओएमसी द्वारा सत्यापित किया जाएगा।
- वैरीफिकेशन सक्सेसफुल होने के बाद आपके नंबर पर एक मैसेज आयेगा।
- ऑफलाइन मोड से आप अपनी गैस एजेंसी पर जाकर केवाईसी करवा सकते हैं।