Sahara India New Update: जैसा कि आप सभी जानते हैं एक समय में सहारा इंडिया में बहुत बड़ी संख्या में लोगों ने निवेश किया था। इन निवेशकों में अधिकतर लोग मध्यम वर्गीय व निम्न मध्यमवर्गीय परिवारों से थे। पर कंपनी के बंद हो जाने पर इन लाखों निवेशकों का पैसा फंस गया और इनके परिवारों पर आर्थिक संकट मंडराने लगा।
अपनी गाढ़ी कमाई के डूब जाने का दंश झेल रहे इन परिवारों के लिए एक आशा की किरण जगी है। क्योंकि उच्चतम न्यायालय की ओर से इस संबंध में एक महत्वपूर्ण फैसला आने वाला है। निवेशकों को उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला उनके पक्ष में होगा और उन्हें न्याय मिलेगा।
Sahara India New Update
आज के आलेख में हम आपको सहारा इंडिया के निवेशकों की समस्यायों तथा उसके संबंध में सरकार व न्यायालय की भूमिका की महत्वपूर्ण जानकारी से अवगत कराएंगे। यदि आप भी सहारा इंडिया के निवेशकों में से एक हैं तो हमारे आलेख को पूरा पढ़ना आपके लिए लाभदायक साबित होगा।
निवेशकों की समस्याएं
सहारा इंडिया अपने निवेशकों के लिए एक भरोसे का नाम था। इस कंपनी में बहुत बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी कमाई का एक बड़ा हिस्सा बचत के रूप में निवेश किया ताकि भविष्य में एक अच्छा खासा फंड तैयार हो जाएगा। लेकिन कंपनी के डूबने के साथ ही निवेशकों की रकम भी फंस गई। ज्यादातर निम्न वर्गीय निवेशकों की समस्या ये है कि उनके पैसे अभी तक रिफंड नहीं हुए हैं जिससे उनकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो चली है।
सरकार से गुहार
अब जबकि 5, सितंबर को उच्चतम न्यायालय का इस संबंध में आदेश आने वाला है, निवेशकों को आशा है कि सरकार इस विषय में हमारा पक्ष समझेगी और हमारे पैसे दिलाएगी । इसके साथ ही निवेशकों ने इस बात के लिए आगाह भी किया कि यदि सरकार उनके हित के लिए कोई कदम नहीं उठाती है तो वो वह हर तरह के आंदोलन के लिए तैयार हैं।
सरकार व न्यायालय की भूमिका पर निवेशकों की प्रतिक्रिया
सहारा ग्रुप में पैसा लगा चुके निवेशकों ने सरकार से गुहार लगाई है कि सहारा इंडिया में फंसा हुआ उनका पैसा अभी तक उन्हें वापस नहीं मिला है। इसके लिए उन्होंने सरकार के रवैए को भी जिम्मेदार ठहराया है। इन निवेशकों ने यह भी कहा कि कंपनी बंद हो जाने से लाखों लोग बेरोजगार हो गए हैं और उनका परिवार आर्थिक संकट के दौर से गुज़र रहा है।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले का है बेसब्री से इंतजार
3 से 5 सितंबर 2024 तक सहारा इंडिया के निवेशकों से संबंधित बहुत महत्वपूर्ण फैसला उच्चतम न्यायालय द्वारा लिया जाने वाला है। माना जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट का ये फैसला निवेशकों के आर्थिक भविष्य की दिशा तय कर सकता है।
इस फैसले को लेकर सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि यदि फैसला निवेशकों के पक्ष में होता है तो उनकी रकम उन्हें वापस मिल जाएगी और उनके परिवार का संकट खत्म होगा। इसके विपरीत यदि फैसला उनके पक्ष में नहीं आता है तो पुनः सड़क पर उतर आंदोलन करने के अलावा उनके पास दूसरा कोई रास्ता नहीं रहेगा।
अतः ये स्पष्ट है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से लाखों निवेशकों का भविष्य प्रभावित होने वाला है। सहारा इंडिया के निवेशकों ने कोर्ट व सरकार से ये गुहार लगाई है कि उनकी फंसी हुई रकम उन्हें ब्याज समेत वापस की जाए। अब देखना ये है कि उच्चतम न्यायालय का फैसला निवेशकों के पक्ष में होता है या नहीं। क्योंकि इस फैसले पर लाखों परिवारों का भविष्य निर्भर है।