SBI Mutual Fund Fixed Income Plan By SIP: अपने सुखद भविष्य के लिये हर कोई अपने वर्तमान में किसी सेफ जगह निवेश कर पूंजि जमा करना चाहता है। इन दिनों निवेशकों के लिये ऐसे कई ऑप्शंस हैं, जिनमें वे सुरक्षित निवेश कर अपने भविष्य की योजनाएं बना सकते हैं। ऐसी ही एक योजना के बारे में हम आपको आज के हमारे इस लेख में जानकारी देने वाले हैं। ये योजना है SBI Mutual Fund Fixed Income Plan By SIP.
नाम से ही पता चलता है कि ये एक फिक्स्ड इनकम प्लान है। ये योजना उन इनवेस्टर्स के लिये एक बेटर ऑप्शन है, जो लंबे समय तक अपनी आय का कुछ हिस्सा जमा कर भविष्य के लिये उसमें वृद्धि करना चाहते हैं। एक निश्चित अवधि के बाद वे इस पूंजि का लाभ उठा सकते हैं। इस योजना में बाजार की अनिश्चितता की संभावनाएं नहीं हैं और स्थिर रिटर्न की भी गारंटी है।
SBI Mutual Fund Fixed Income Plan By SIP
एसबीआई म्यूचुअल फंड एक भारतीय निजी परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी है, जिसे भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) द्वारा शुरू किया गया। एसबीआई के पास वर्तमान में एसबीआईएफएमपीएल में 63% हिस्सेदारी है और 37% हिस्सेदारी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी अमुंडी इंडिया होल्डिंग के माध्यम से अमुंडी एसेट मैनेजमेंट के पास है।
एसआईपी क्या है?
एसआईपी के नाम से परिभाषित यह एक व्यवस्थित निवेश योजना (एसआईपी) म्यूचुअल फंड द्वारा निवेशकों को अनुशासित तरीके से निवेश करने की सुविधा प्रदान करती है। एसआईपी सुविधा निवेशक को चयनित म्यूचुअल फंड योजना में पूर्व-निर्धारित अंतराल पर एक निश्चित राशि निवेश करने की अनुमति देती है। निश्चित राशि 500 रुपये जितनी कम हो सकती है, जबकि पूर्व-निर्धारित एसआईपी अंतराल साप्ताहिक/मासिक/तिमाही/अर्ध-वार्षिक या वार्षिक आधार पर हो सकते हैं।
SIP के लाभ
- इस योजना में निवेश करने वाले को चक्रवृद्धि ब्याज का लाभ मिलता है।
- लंबे समय में अधिक रिटर्न मिलता है।
- SIP के माध्यम से, जब बाजार में मंदी होती है ज्यादा अधिक यूनिट्स खरीदी जाती हैं और जब बाजार ऊपर होता है तो कम यूनिट्स खरीदी जाती हैं।
- आप कितनी राशि निवेश करना चाहते हैं, कितनी अवधि के लिये करना चाहते हैं और कितने अंतराल पर जमा करेंगे, ये सब खुद तय कर सकते हैं।
FMP के फायदे
न्यूनतम ब्याज दर जोखिम: FMP में ब्याज दर जोखिम को कम किया जाता है क्योंकि यह योजना तयशुदा अवधि के लिए होती है।
एसआईपी की विशेषता
- इसमें निवेश की न्यूनतम राशि 5,000 रूपये है।
- योजना की अवधि कुछ महीने से लेकर कुछ साल तक भी हो सकती है।
- इसमें जोखिम का स्तर ज्यादा नहीं होता।
- इसमें प्रवेश और निकास के लिये कोई राशि नहीं चुकानी पड़ती।